777 Charlie Movie Review in Hindi


The Past is Always Tense, The Future Perfect.

Movie Review - 777 Charlie in Hindi


कुछ समय पहले तक फ़िल्मी दुनिया में बड़े सेट्स, बड़े नाम वाले कलाकार और Larger than Life किरदारों के मिश्रण को फिल्मों के हिट और ब्लॉकबस्टर होने का फॉर्मूला माना जाता था। 


लेकिन पिछले कुछ महीनों में यह परिभाषा पूरी तरह से बदल चुकी है। अब फ़िल्मों को लोकप्रिय बनाने की योग्यता है बेहतरीन कॉन्टेंट। इसी सोच और दावे को और ठोस करती है कन्नड़ सिनेमा हालिया सफल फ़िल्म  777 Charlie. 


777 Charlie की कहानी एक फीमेल डॉग यानि Charlie और धर्मा यानि Rakshit Shetty के आपसी तालमेल पर आधारित है। 


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धर्मा अपने परिवार का इकलौता सदस्य है, फैक्ट्री, घर, इडली, सिगरेट, बीयर और टीवी पर Charlie Chaplin यही उसकी जिंदगी है। धर्मा की एक ढर्रे पर चल रही जिंदगी पर विराम चिन्ह लगाती है घायल Charlie.


अकेले रहना पसंद करने वाला धर्मा लंबे संघर्ष के बाद Charlie से समन्वय बैठा ही पाता है कि उसे पता चलता है कि  Charlie कैंसर से पीड़ित है और उसके पास ज्यादा समय नहीं है।


ऐसे में  777 Charlie अगले डेढ़ से दो घंटे तक कुछ आखिरी ख्वाहिश, उन तक पहुंचने की जद्दोजहद और सफ़र के कुछ सरल कुछ जटिल अनुभवों को स्क्रीन पर उतारती है।


पुरानी हिंदी फ़िल्मों में आपने पालतू जानवर और लीड एक्टर की जुगलबंदी वाली कुछ एक फ़िल्में ज़रूर देखी होंगी। लेकिन  777 Charlie उस क़तार में खड़ी नहीं होती, जबकि वह अपने कहानी कहने के नए अंदाज से एक नई कैटेगरी को ईजाद करती है। 


777 Charlie का सबसे बड़ा मज़बूत पक्ष है एक जानवर के भावों का मानवीकरण।  777 Charlie अधिकतर सीन्स में आपको केवल Rakshit Shetty और Charlie ही नज़र आते हैं, जहां संवादों की गुंजाइश की नाम मात्र की ही रहती है, लेकिन फिर भी आप इन सीन में  कहानी के ढंग से हंसते है तो कभी भावुक होते हैं। 


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Dog Championship वाले सीन में कोई भी संवाद नहीं है जहां कहानी 10-15 फिल्माई गई है। यहां केवल Rakshit Shetty और Charlie के अभिनय और दर्शकों के हावभाव के दम पर कहानी आपको भावुक कर जाती है। 


कहानी चुकी यात्रा को दर्शाती है ऐसे में कुछ शानदार लोकेशन और दृश्य आपको देखने को मिलेंगे। यात्रा वाले कुछ सीन्स भी बेहतर बन पड़े हैं। यहाँ एडिटिंग टीम को श्रेय जाता है। एक चेजिंग सीन जिसमें वीडियो कोलाज दर्शाया गया नया प्रयोग है। 


इन सब से भी बेहतर कुछ 777 Charlie में है तो वह है अभिनय, जिसमें Rakshit Shetty कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। ज़्यादातर सीन्स में उन्हें Solo एक्टिंग करनी पड़ी है जिसमें ग़ज़ब के लगे हैं। ऐसा ही एक सीन क्लाईमेक्स में Charlie को खोजने का है जो 777 Charlie के सबसे अच्छे सीन में से एक है। 






कमजोर पक्ष में बात करने जैसा कुछ नहीं है लेकिन कुछ लोगों को यह कहानी स्लो पेस की लग सकती है। लेकिन इसका कारण इमोशनल पक्ष का हावी होना है लेकिन यह कहानी को बोरिंग नहीं बनाता। 


हालाँकि यदि आप मास एंटरटेनर देखना पसंद करते हैं तो और एक्शन और थ्रिलर को शौक़ीन है तो 777 Charlie आपके लिए नहीं है। लेकिन नए अनुभवों को जोड़ने के लिए 777 Charlie देखना फ़ायदे का सौदा है। 


- सत्यम