Criminal Justice : Adhura Sach Review In Hindi
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Web Series Review - Criminal Justice : Adhura Sach (Disney Plus HotStar) In Hindi |
Criminal Justice का नाम सुनकर सबसे पहले दिमाग में Madhav Mishra उर्फ़ Pankaj Tripathi की तस्वीर आती है। पहले सीज़न में अपनी मज़बूत अदाकारी से दर्शकों में ख़ासे लोकप्रिय हुए Madhav Mishra एक बार फिर काले कोट के साथ लौट आए हैं।
पहले सीज़न में Undertrial कैदी की कहानी और दूसरी सीज़न में Marital Rape जैसे गंभीर मसले को संबोधित कर चुकी Criminal Justice का यह सीजन Juvenile Justice के साथ लौटा है। हालांकि पिछली बार की तरह इस सीजन में भी Madhav Mishra के अलावा पिछले सीजन से कोई जुड़ाव नहीं है।
Criminal Justice Adhura Sach की कास्ट की बात की जाए तो Pankaj Tripathi पिछले दो सीज़न तरह मुख्य भूमिका में हैं। Swastika Mukherjee, Purab Kohli, Addinath Kothare, Aatm Prakash Mishra, Shweta Basu Prasad, Gaurav Gera इस सीजन नयी भूमिकाओं में जुड़े हैं।
पिछले सीज़न में बेहतर नज़र आईं Kalyanee Mulay, Khushboo Atre के किरदारों को इस सीजन में भी जगह दी गई है। मुख्य Minor Actors में Aaditya Gupta , Deshna Dugad नजर आते हैं।
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Criminal Justice Adhura Sach की कहानी ज़ारा अहूज़ा से शुरू होती है जो कि मशहूर TV बाल कलाकार हैं। उनका शो प्राइम टाइम पर चलता हैं, वह घर घर में लोकप्रिय हैं।
इन सब के बीच एक रात पार्टी से ज़ारा रहस्यमय ढंग से गायब हो जाती है। कुछ समय बाद उनकी लाश दरिया में तैरती हुई मिलती है। शुरूआती एपिसोड में जुटाए गए सबूत ये इशारा करते हैं कि ज़ारा की हत्या उनके सौतेले भाई मुकुल अहूजा ने की है।
इसके बाद कहानी में एंट्री होती है Madhav Mishra की जो मुकुल अहूजा को न्याय दिलाने का जिम्मा उठाते हैं। तो Madhav Mishra इस गुत्थी को कैसे सुलझाएंगे, यही Criminal Justice Adhura Sach के आठ एपिसोड्स का सार है।
समीक्षा की बात करें तो Juvenile Justice का एक नया विषय है। जिसे सही ढंग से प्रस्तुत भी किया गया है। शुरूआती दो एपिसोड बहुत जल्दी जल्दी कहानी कहने की कोशिश करते हैं, और बहुत सवाल अगले एपिसोड्स के लिए छोड़ते हैं।
लेकिन बीच के चार एपिसोड्स में, कोर्ट रूम ड्रामा छोड़ दिया जाए तो बाकी कहानी उतनी रूचि पैदा नहीं करती। यहां तक CliffHanger के अलावा अन्य कोई भी जुड़ाव इन एपिसोड के बीच नजर नहीं आता। कुछ एक सब प्लॉट्स भी रखे गये हैं जिनपर राइटिंग में थोड़ा और काम किया जा सकता था।
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जिस तरह पहले सीजन में जेल के अंदर की चीजों को स्क्रीन पर उतारा गया था, सुधार गृह को भी कुछ उसी ढंग से दिखाने की कोशिश की जाती है लेकिन कुछ घटनाओं के बाद ये बेमन से किया गया काम लगने लगता है।
आखिरी एपिसोड्स कुछ अलग सा प्लॉट गढ़ने लगते हैं जो कहानी को अंजाम तक पहुंचाते हैं। ऐसे में यदि आप शुरुआती दो और आखिरी के दो एपिसोड देख लेते हैं तो आपको कहानी में कुछ भी छूटा हुआ नहीं लगेगा।
पुलिस के पक्ष का कहानी में योगदान ना के बराबर है। वहीं विपक्षी वकील इस बार कोर्ट के बाहर के हथकंडों को ज्यादा अपनाती नजर आती हैं। Social Media Hate और Trolling वाला विषय सही ढंग से पकड़ा गया है।
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Pankaj Tripathi - Criminal Justice : Adhura Sach |
बहरहाल Madhav Mishra इस बार भी कमाल कर देते हैं। उनकी शुद्ध हिंदी का प्रयोग और ठेठ देशी अंदाज इस और बेहतर निखरता है। उनके असिस्टेंट बने Aatm Prakash Mishra से उनकी जुगलबंदी बेहतर है। Khushboo Atre ने भी उनका बेहतरीन साथ दिया है।
Purab Kohli, Shweta Basu Prasad, Gaurav Gera ने अपने हिस्सों को ठीक ढंग से निभाया है। Swastika Mukherjee भी ठीक लगी हैं लेकिन कई जगहों पर उनका किरदार चुभने लगता है, जो कहीं ना कही लेखन की गलती है।
Addinath Kothare, Kalyanee Mulay, को ज्यादा कुछ करने का मौका नहीं मिला है। Aaditya Gupta ने अपना किरदार सही पकड़ा है, यह कहना ग़लत नहीं होगा कि Pankaj Tripathi के बाद में स्क्रीन पर सबसे सहज लगे हैं। Deshna Dugad भी Actress के Arrogance को ठीक ठीक दिखाती हैं।
कुल मिलाकर कहा जाए तो Criminal Justice : Adhura Sach में ऐसा कुछ भी नहीं था कि एक एक एपिसोड्स के लिए हफ़्ते भर लंबा इंतज़ार किया जाता। लेकिन यदि आपने पिछले दो सीज़न देखे हैं तो आप अब एक साथ इस सीरिज़ को एक बार तो देख ही सकते हैं।
- सत्यम
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