Jalsa Review in Hindi


बड़े पर्दे और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर साल में कई फ़िल्मों आतीं जिनमें से अधिकतर फ़िल्मों बड़े शोर शराबे के साथ रिलीज़ होतीं हैं, जिनमें कुछ चलतीं है तो कुछ रह जातीं है। लेकिन कुछ ऐसी शांत फ़िल्में भी होती हैं जो चुपचाप आतीं हैं और देखने वालों के ज़ेहन में ठहर सी जाती है। 



ऐसी ही एक फ़िल्म है JALSA. जो मार्च 2022 में Amazon Prime Video पर रिलीज़ की गई। अमूमन मैं रिलीज़ के इतने लंबे के अंतराल के बाद रिव्यू नहीं लिखता लेकिन फ़िल्म JALSA से इस सिलसिले को विराम देने की कोशिश है। 


फिल्म JALSA में लीड रोल यानि माया मेनन के किरदार में Vidya Balan हैं। Shefali Shah रूकसाना के किरदार में हैं। वहीं माया मेनन की माँ के किरदार में Rohini Hattangady हैं। इसके अलावा बड़े तथा जाने पहचाने चेहरों में मानव कौल नज़र आते हैं। इसके अलावा कई अन्य किरदार भी हैं जो महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। 


फ़िल्म की कहानी माया मेनन से शुरू होती हैं, एक प्रतिष्ठित ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल का मुख्य चेहरा हैं। वह एक सफल इंटरव्यू के बाद घर लौट रहीं होती हैं इसी दौरान एक हादसा होता है जिसमें उनकी कार से एक लड़की टकराकर गंभीर रूप से घायल हो जाती है। 


हादसे के बाद माया घटनास्थल से घबराकर भाग जाती हैं। कहानी आगे बढ़ती है और पता है कि जिस लड़की का माया की कार से एक्सीडेंट होता है वह लड़की माया के घर में खाना बनाने वाली रूकसाना की ही लड़की है। 


इसके बाद से कहानी में द्वन्द की शुरुआत होती है। क्या माया पैसों के दम पर रुकसाना का मुँह बंद करवा देगी या अपना जुर्म क़बूल करेगी या रास्ता कोई तीसरा भी होगा। सभी सवालों के जवाब दो घंटे छह मिनट लंबी Jalsa में Amazon Prime Video पर ढूँढ सकते हैं। 


रिव्यू की बात की जाए तो कहानी भौतिक पृष्ठभूमि पर कम और मानसिक पृष्ठभूमि पर ज़्यादा दौड़ती है। लेकिन किरदारों के इसी अनदेखे आंतरिक द्वन्द को मेकर्स ने सही ढंग से स्क्रीन पर उतारा है। 


कहानी में एक से ज़्यादा प्लॉट हैं लेकिन सभी प्लॉट किसी किसी ढंग से एक ही अंत पर ख़त्म होते हैं ऐसे में सीधी साधी कहानी भी रोचक लगती है। 


किरदारों के संवाद भी कहानी की पेशकश को मज़बूत बनाते हैं। रूकसाना का माया के बेटे के प्रति रवैया कहानी के तनाव को सक्रिय करता है। 


एक सीन में एक किरदार कहता है कि मैं भी पत्रकार बनना चाहता था लेकिन मैं ईमानदार हूँ इसीलिए नहीं बन सका। यह मौजूदा पत्रकारिता पर तंज कसता है। 


कहानी यदि आपको असहज नहीं करती तो अभिनय आपको सहज होने का मौक़ा नहीं देगा। Shefali Shah अपनी स्क्रीन पर मौजूदगी से Vidya Balan को ओवरशैडो करने में कामयाब दिखाई पड़ती हैं। उनका इमोशनल सीक्वेंस और एंग्री सीक्वेंस दोनों में अलग क़िस्म की नज़र आती हैं। 


वहीं Vidya Balan की बात की जाए तो वह भी स्टैंडआउट करती हैं लेकिन वह संवाद वाली सीन्स की अपेक्षा, साइलेंस में प्रभावित करतीं हैं। 


इसके अलावा अन्य सहयोगी किरदारों में दो पुलिस कांस्टेबल, ट्रेनी जर्नलिस्ट और रूकसाना के बेटे का किरदार उल्लेखनीय है। 


कुल मिलाकर Jalsa एक बेहतरीन मानसिक अंतर्द्वन्द पैदा करती है। जिसके देखना एक बेहतर अनुभव हो सकता है।