कितना ऊंचा उड़ पाया 'रश्मि' का 'रॉकेट'
''हार - जीत तो परिणाम है, कोशिश हमारा काम है।''
यह संवाद है, OTT प्लेटफॉर्म ZEE5 पर स्ट्रीम हो रही फिल्म RASHMI ROCKET का। यूं तो आपने ने महिला एथलीट पर बनी कई फिल्मों को देखा होगा लेकिन रश्मि रॉकेट अपने आप में एक स्पोर्ट्स जॉनर से ज्यादा नजर आती है। फिल्म में हार जीत के साथ, खेलने और लड़ने की प्रतिस्पर्धा को भी जगह दी गई है।
RASHMI ROCKET CAST
कास्ट की बात करें तो तापसी पन्नू रश्मि की भूमिका में नजर आती है जो मुख्य पात्र हैं। इसके अलावा MIRZAPUR फेम प्रियांशु पेन्युली, अभिषेक बनर्जी अन्य भूमिकाओं में हैं। इसके अलावा सुप्रिया पाठक , सुशील जोशी, TVF ASPIRANTS फेम नमिता दुबे, मंत्रा, वरूण बडोला, चिराग वोरा अन्य सहायक भूमिकाओं में नजर आते हैं।
RASHMI ROCKET PLOT
कहानी की बात की जाए तो यह एक महिला धावक रश्मि वीरा के इर्द गिर्द घूमती है। जो बचपन से दौड़ने की रफ्तार से सभी को प्रभावित करती है। पिता, उसे एथलीट बनाने का सपना देखते। लेकिन कहानी में एक शुरुआती टि्वस्ट आता है। जिससे दौड़ने की गति पर विराम चिन्ह लग जाता है।
इसके बाद कहानी में प्रियांशु पेन्युली की एंट्री होती है, कहानी फिर से धावक की रफ्तार पकड़ती है। रश्मि अब ऊंचाइयों पर पहुंचने लगती है। लेकिन फिल्म कहानी की आधी दूरी तक उन्हें जमीन पर पटक देती है।
दूसरे हिस्से में वकील के रूप में अभिषेक बनर्जी की एंट्री होती है जो कहानी में लड़ने की जज्बा फूंकने का काम करतें हैं। कोर्ट रूम के घमासान के बाद फिल्म क्लाईमेक्स तक पहुंचती है।तो क्या रश्मि
फील्ड - ट्रैक की तरह अपनी जिंदगी में तमाम बाधाओं और प्रतिद्वंद्वियों को पछाड़
कर, गौरव का पदक हासिल कर
पाएगी? जबाव है Zee 5 और दो घंटे नौ मिनट।
RASHMI ROCKET REVIEW
समीक्षा की जाए
तो स्पोर्ट्स ड्रामा होने के चलते कहानी प्रडिक्टिबल लगती है। लेकिन बीच में जेंडर
टेस्ट का ट्विस्ट डालकर कहानी में, महिला एथलीट की जीवन में आने वाली बाधाओं और
महिला सश्क्तिकरण जैसे मुद्दों को भी जगह दी गई है। इसके अलावा खेल जगत के पर्दे
के पीछे की कहानी भी दर्शाई गई है। फिल्म में गुजराती कल्चर और कच्छ के रण का
बेहतरीन प्रयोग किया गया।
अभिनय की बात की
जाए तो तापसी ने एक नायिका प्रधान कहानी के साथ न्याय किया। वहीं प्रियांशु पेन्युली
कम बोलते हैं लेकिन असर छोड़ जाते हैं। कुल मिला ये दोनों एक्टर एक दूसरे को अभिनय
में कड़ी टक्कर देते हैं। अभिषेक बनर्जी वकील के रूप में किरदार और केस
को जिंदा रखतें हैं।
1 Comments
बहुत सुंदर
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